गांधार और मथुरा कला शैली – 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्नोत्तर

प्राचीन भारत की कला शैलियों में गांधार और मथुरा कला का विशेष महत्व है। ये दोनों कला शैलियाँ विशेषकर बौद्ध धर्म और मूर्तिकला से संबंधित थीं। यहाँ इन दोनों कला शैलियों से जुड़े 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्न दिए गए हैं।
- गांधार कला शैली का विकास किसके संरक्षण में हुआ?
A. मौर्य शासकों
B. कुषाण शासकों
C. गुप्त शासकों
D. शुंग शासकों
Answer: B. कुषाण शासकों - गांधार कला शैली कहाँ विकसित हुई?
A. काबुल और पेशावर
B. वाराणसी
C. उज्जैन
D. मथुरा
Answer: A. काबुल और पेशावर - मथुरा कला शैली का प्रमुख केंद्र कहाँ था?
A. सारनाथ
B. मथुरा
C. नालंदा
D. तक्षशिला
Answer: B. मथुरा - गांधार कला शैली पर किस विदेशी कला का प्रभाव था?
A. रोमन
B. यूनानी (ग्रीक)
C. चीनी
D. फारसी
Answer: B. यूनानी (ग्रीक) - मथुरा कला शैली की विशेषता क्या थी?
A. वास्तविकता
B. आदर्शवाद
C. विदेशी प्रभाव
D. मिश्रण
Answer: B. आदर्शवाद - गांधार कला में किसकी प्रतिमाएँ प्रमुख थीं?
A. बुद्ध
B. विष्णु
C. शिव
D. जैन तीर्थंकर
Answer: A. बुद्ध - मथुरा कला शैली में किन प्रतिमाओं का निर्माण हुआ?
A. केवल बुद्ध प्रतिमाएँ
B. केवल विष्णु प्रतिमाएँ
C. बौद्ध और हिंदू देवताओं की प्रतिमाएँ
D. केवल जैन प्रतिमाएँ
Answer: C. बौद्ध और हिंदू देवताओं की प्रतिमाएँ - गांधार कला में बुद्ध की प्रतिमाएँ किस पत्थर से बनी थीं?
A. लाल बलुआ पत्थर
B. शिलाखंड (ग्रे स्टोन)
C. संगमरमर
D. काला ग्रेनाइट
Answer: B. शिलाखंड (ग्रे स्टोन) - मथुरा कला की प्रतिमाएँ किस पत्थर से बनी थीं?
A. लाल बलुआ पत्थर
B. ग्रेनाइट
C. संगमरमर
D. स्लेट स्टोन
Answer: A. लाल बलुआ पत्थर - गांधार कला शैली में बुद्ध की प्रतिमाओं का भाव कैसा था?
A. रौद्र
B. शांत और गंभीर
C. हास्य
D. क्रोध
Answer: B. शांत और गंभीर - मथुरा कला शैली का प्रमुख भाव कौन सा था?
A. शांत भाव
B. शक्ति और यौवन
C. करुणा
D. त्याग
Answer: B. शक्ति और यौवन - गांधार कला शैली का स्वर्णकाल कब था?
A. मौर्यकाल
B. कुषाणकाल
C. गुप्तकाल
D. शुंगकाल
Answer: B. कुषाणकाल - गांधार कला शैली की सबसे बड़ी विशेषता क्या थी?
A. भारतीय आदर्शवाद
B. यूनानी–भारतीय मिश्रण
C. भित्ति चित्र
D. लोककला
Answer: B. यूनानी–भारतीय मिश्रण - मथुरा कला शैली में किस देवता की मूर्तियाँ सबसे अधिक बनीं?
A. शिव
B. विष्णु
C. बुद्ध और जैन तीर्थंकर
D. सूर्य
Answer: C. बुद्ध और जैन तीर्थंकर - गांधार कला शैली का प्रमुख केंद्र कौन सा था?
A. मथुरा
B. तक्षशिला
C. उज्जैन
D. पाटलिपुत्र
Answer: B. तक्षशिला - मथुरा कला शैली में किस सामग्री का प्रयोग अधिक हुआ?
A. ग्रे स्टोन
B. लाल बलुआ पत्थर
C. संगमरमर
D. लकड़ी
Answer: B. लाल बलुआ पत्थर - गांधार कला शैली में बुद्ध प्रतिमा की पहचान किससे होती है?
A. लंबा कान और गंभीर चेहरा
B. चौड़ी छाती और मजबूत भुजाएँ
C. लाल पत्थर की चमक
D. आभूषणों से
Answer: A. लंबा कान और गंभीर चेहरा - मथुरा कला शैली में किस प्रकार की मूर्तियाँ प्रमुख थीं?
A. मोटी और शक्तिशाली आकृतियाँ
B. पतली और नाजुक आकृतियाँ
C. विदेशी लक्षण वाली आकृतियाँ
D. श्वेत संगमरमर की आकृतियाँ
Answer: A. मोटी और शक्तिशाली आकृतियाँ - गांधार कला शैली का मुख्य प्रेरणा स्रोत क्या था?
A. रोमन कला
B. यूनानी कला
C. चीनी कला
D. भारतीय कला
Answer: B. यूनानी कला - मथुरा कला शैली में किस राजा के समय अधिक प्रगति हुई?
A. अशोक
B. कनिष्क
C. समुद्रगुप्त
D. हर्षवर्धन
Answer: B. कनिष्क - गांधार कला शैली की मूर्तियों में प्रमुख विशेषता क्या थी?
A. आदर्शवाद
B. यथार्थवाद
C. आध्यात्मिकता
D. अलंकरण
Answer: B. यथार्थवाद - मथुरा कला शैली का योगदान क्या था?
A. बौद्ध और जैन मूर्तिकला
B. केवल ग्रीक प्रभाव
C. केवल हिंदू प्रतिमाएँ
D. केवल चित्रकला
Answer: A. बौद्ध और जैन मूर्तिकला - गांधार और मथुरा कला शैलियों के मेल से कौन-सी कला शैली बनी?
A. नागर शैली
B. गुप्तकालीन कला
C. द्रविड़ शैली
D. वेसर शैली
Answer: B. गुप्तकालीन कला - गांधार और मथुरा कला शैलियाँ किससे जुड़ी हैं?
A. मूर्तिकला
B. भित्ति चित्र
C. मंदिर वास्तुकला
D. सिक्का निर्माण
Answer: A. मूर्तिकला
निष्कर्ष: गांधार और मथुरा कला शैलियाँ भारतीय मूर्तिकला की दो महान परंपराएँ थीं। इनसे भारतीय कला ने नई दिशा और वैश्विक पहचान पाई।
0 Comments