खालसा पंथ की स्थापना और उसका महत्व – 25 महत्वपूर्ण MCQ

खालसा पंथ की स्थापना 1699 ई. में गुरु गोबिंद सिंह जी ने की थी। यह घटना सिख इतिहास में एक मील का पत्थर मानी जाती है। खालसा पंथ ने न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक जीवन पर भी गहरा प्रभाव डाला। आइए इस विषय पर 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्नोत्तर पढ़ते हैं, जो प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहद उपयोगी हैं।
खालसा पंथ की स्थापना और महत्व MCQ प्रश्नोत्तर
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गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना कब की थी?
A. 1666 ई.
B. 1699 ई.
C. 1708 ई.
D. 1688 ई.
✅ उत्तर: B. 1699 ई.
व्याख्या: बैसाखी के दिन 1699 ई. में आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना हुई। -
खालसा पंथ की स्थापना कहाँ हुई थी?
A. अमृतसर
B. आनंदपुर साहिब
C. पटना
D. दिल्ली
✅ उत्तर: B. आनंदपुर साहिब
व्याख्या: गुरु गोबिंद सिंह ने आनंदपुर साहिब में बैसाखी उत्सव के दिन खालसा पंथ की नींव रखी। -
खालसा पंथ की स्थापना के समय पाँच सिखों को क्या नाम दिया गया?
A. पंज प्यारे
B. पाँच गुरू
C. पंज साहिब
D. पाँच सिंह
✅ उत्तर: A. पंज प्यारे
व्याख्या: गुरु गोबिंद सिंह ने पाँच सिखों को “पंज प्यारे” कहा। -
खालसा पंथ की स्थापना किस अवसर पर हुई थी?
A. होली
B. बैसाखी
C. दिवाली
D. लोहड़ी
✅ उत्तर: B. बैसाखी
व्याख्या: 1699 की बैसाखी पर खालसा पंथ की स्थापना हुई। -
खालसा पंथ के अनुयायियों को कितने ककार धारण करने का आदेश दिया गया?
A. 3
B. 4
C. 5
D. 6
✅ उत्तर: C. 5
व्याख्या: 5 ककार – केश, कड़ा, कृपाण, कंघा और कच्छा। -
5 ककार में "कड़ा" किसका प्रतीक है?
A. साहस
B. ईश्वर की एकता
C. अनुशासन
D. पवित्रता
✅ उत्तर: B. ईश्वर की एकता
व्याख्या: लोहे का कड़ा ईश्वर की एकता और बुराई से रक्षा का प्रतीक है। -
"कच्छा" का महत्व क्या है?
A. वीरता
B. आत्मसंयम और शुचिता
C. सेवा
D. त्याग
✅ उत्तर: B. आत्मसंयम और शुचिता
व्याख्या: कच्छा संयम और पवित्रता का प्रतीक है। -
खालसा पंथ का नारा क्या है?
A. सत्यमेव जयते
B. वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह
C. सरबत्त दा भला
D. इंकलाब जिंदाबाद
✅ उत्तर: B. वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह
व्याख्या: यह नारा खालसा पंथ की पहचान बना। -
खालसा पंथ की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. व्यापार का विकास
B. शिक्षा का प्रसार
C. अन्याय व अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष
D. कृषि सुधार
✅ उत्तर: C. अन्याय व अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष
व्याख्या: खालसा पंथ ने मुगलों और अत्याचारों के विरुद्ध संघर्ष का बिगुल फूंका। -
गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ के अनुयायियों को किस नाम से पुकारा?
A. साहिब
B. सिंह और कौर
C. भक्त और देवी
D. प्यारे
✅ उत्तर: B. सिंह और कौर
व्याख्या: पुरुषों के लिए “सिंह” और महिलाओं के लिए “कौर” नाम जोड़ा गया। -
खालसा पंथ का सैनिक रूप किसे दर्शाता है?
A. शांति
B. बलिदान
C. धार्मिक समानता
D. योद्धा परंपरा
✅ उत्तर: D. योद्धा परंपरा
व्याख्या: खालसा पंथ ने सिखों को धार्मिक योद्धा बना दिया। -
खालसा पंथ की स्थापना के समय दीक्षित पाँच सिख कौन कहलाए?
A. पाँच प्यारे
B. गुरु भाई
C. संत सिख
D. वीर सिख
✅ उत्तर: A. पाँच प्यारे
व्याख्या: ये पाँच सिख खालसा पंथ की नींव बने। -
पहले "पंज प्यारे" में से कौन शामिल नहीं थे?
A. भाई दया सिंह
B. भाई धर्म सिंह
C. भाई हरकिशन सिंह
D. भाई हिम्मत सिंह
✅ उत्तर: C. भाई हरकिशन सिंह
व्याख्या: भाई हरकिशन पहले पंज प्यारे में शामिल नहीं थे। -
पहले "पंज प्यारे" में से एक भाई मुक्कम सिंह किस क्षेत्र से थे?
A. पंजाब
B. द्वारका
C. ओडिशा
D. उत्तर प्रदेश
✅ उत्तर: C. ओडिशा
व्याख्या: भाई मुक्कम सिंह ओडिशा के रहने वाले थे। -
गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ के अनुयायियों को क्या त्यागने का आदेश दिया?
A. झूठ
B. जातिगत भेदभाव
C. नशा
D. उपरोक्त सभी
✅ उत्तर: D. उपरोक्त सभी
व्याख्या: खालसा पंथ ने समानता और नैतिक जीवन को बढ़ावा दिया। -
खालसा पंथ की स्थापना का वर्ष कौन-सा शताब्दी मानी जाती है?
A. 15वीं शताब्दी
B. 16वीं शताब्दी
C. 17वीं शताब्दी
D. 18वीं शताब्दी
✅ उत्तर: C. 17वीं शताब्दी
व्याख्या: 1699 ई. 17वीं शताब्दी में आता है। -
खालसा पंथ के अनुयायियों का मुख्य कर्तव्य क्या था?
A. शिक्षा देना
B. युद्ध करना और धर्म की रक्षा
C. व्यापार करना
D. खेती करना
✅ उत्तर: B. युद्ध करना और धर्म की रक्षा
व्याख्या: खालसा पंथ योद्धा सिखों का संगठन था। -
गुरु गोबिंद सिंह ने किसे “खालसा का असली गुरु” घोषित किया?
A. स्वयं को
B. गुरु ग्रंथ साहिब
C. पंज प्यारे
D. किसी को नहीं
✅ उत्तर: B. गुरु ग्रंथ साहिब
व्याख्या: गुरु गोबिंद सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब को ही खालसा का गुरु माना। -
खालसा पंथ में दीक्षा किस विधि से दी जाती थी?
A. दूध पिलाकर
B. खीर खिलाकर
C. अमृत संचार द्वारा
D. फूल देकर
✅ उत्तर: C. अमृत संचार द्वारा
व्याख्या: खालसा पंथ में दीक्षा अमृत संचार (पवित्र जल) के माध्यम से होती थी। -
गुरु गोबिंद सिंह द्वारा दीक्षा के समय अमृत किस पात्र में तैयार किया गया?
A. तांबे का
B. सोने का
C. लोहे का
D. मिट्टी का
✅ उत्तर: C. लोहे का
व्याख्या: अमृत लोहे के पात्र में तैयार किया गया था। -
खालसा पंथ की स्थापना ने किसे सबसे अधिक चुनौती दी?
A. ब्रिटिश शासन
B. मुगल सत्ता
C. पुर्तगालियों को
D. मराठों को
✅ उत्तर: B. मुगल सत्ता
व्याख्या: खालसा पंथ ने मुगल शासन के अत्याचारों को सीधी चुनौती दी। -
गुरु गोबिंद सिंह के बाद खालसा पंथ का नेतृत्व किसके हाथों में गया?
A. महाराजा रणजीत सिंह
B. बंदा बहादुर
C. गुरु नानक
D. बाबा दीप सिंह
✅ उत्तर: B. बंदा बहादुर
व्याख्या: गुरु गोबिंद सिंह की मृत्यु के बाद बंदा बहादुर ने खालसा का नेतृत्व किया। -
खालसा पंथ की स्थापना ने सिखों में कौन-सी भावना सबसे अधिक जगाई?
A. भय
B. आत्मबल और समानता
C. असुरक्षा
D. विभाजन
✅ उत्तर: B. आत्मबल और समानता
व्याख्या: खालसा पंथ ने आत्मबल, साहस और सामाजिक समानता को बढ़ावा दिया। -
खालसा पंथ के सिद्धांत किस ग्रंथ में निहित हैं?
A. रामायण
B. महाभारत
C. गुरु ग्रंथ साहिब
D. पुराण
✅ उत्तर: C. गुरु ग्रंथ साहिब
व्याख्या: गुरु ग्रंथ साहिब सिखों का सर्वोच्च धर्मग्रंथ है।
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