मीमांसा और न्याय दर्शन – 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्नोत्तर

भारतीय दर्शन के षड्दर्शन में मीमांसा और न्याय दर्शन का अपना विशेष महत्व है। मीमांसा दर्शन वेदों की व्याख्या और कर्मकांड पर केंद्रित है, जबकि न्याय दर्शन तर्कशास्त्र पर आधारित है। आइए इन दोनों दर्शन से जुड़े 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्न देखें।
- मीमांसा दर्शन के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?
A. जैमिनि
B. गौतम
C. कपिल
D. पतंजलि
Answer: A. जैमिनि - न्याय दर्शन के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?
A. जैमिनि
B. गौतम
C. कणाद
D. व्यास
Answer: B. गौतम - मीमांसा दर्शन का मुख्य आधार क्या है?
A. ध्यान
B. वेदों का कर्मकांड
C. ईश्वर भक्ति
D. ज्ञान योग
Answer: B. वेदों का कर्मकांड - न्याय दर्शन का मुख्य आधार क्या है?
A. तर्क और प्रमाण
B. भक्ति
C. योग
D. ध्यान
Answer: A. तर्क और प्रमाण - मीमांसा दर्शन के ग्रंथ का नाम क्या है?
A. मीमांसा सूत्र
B. न्यायसूत्र
C. सांख्यकारिका
D. ब्रह्मसूत्र
Answer: A. मीमांसा सूत्र - न्याय दर्शन के ग्रंथ का नाम क्या है?
A. मीमांसा सूत्र
B. न्यायसूत्र
C. वेदांतसूत्र
D. योगसूत्र
Answer: B. न्यायसूत्र - मीमांसा दर्शन किसे सर्वोच्च मानता है?
A. ईश्वर
B. वेद
C. योग
D. तपस्या
Answer: B. वेद - न्याय दर्शन कितने प्रमाण मानता है?
A. 2
B. 3
C. 4
D. 5
Answer: C. 4 - न्याय दर्शन के चार प्रमाण कौन-कौन से हैं?
A. प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द
B. प्रत्यक्ष, तर्क, यज्ञ, शब्द
C. वेद, यज्ञ, भक्ति, ध्यान
D. प्रत्यक्ष, उपनिषद, योग, ज्ञान
Answer: A. प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द - मीमांसा दर्शन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. मोक्ष
B. स्वर्ग प्राप्ति
C. कर्म और यज्ञ के फल
D. भक्ति
Answer: C. कर्म और यज्ञ के फल - न्याय दर्शन का प्रमुख विषय क्या है?
A. तर्क
B. ध्यान
C. उपासना
D. यज्ञ
Answer: A. तर्क - मीमांसा दर्शन के अनुसार वेद किसके द्वारा रचित हैं?
A. ऋषि
B. ईश्वर
C. शाश्वत और अनादि
D. मानव
Answer: C. शाश्वत और अनादि - न्याय दर्शन में अनुमान का अर्थ क्या है?
A. प्रत्यक्ष अनुभव
B. तर्क द्वारा ज्ञान
C. वेद ज्ञान
D. ध्यान
Answer: B. तर्क द्वारा ज्ञान - मीमांसा दर्शन वेद के किस भाग पर अधिक बल देता है?
A. उपनिषद
B. संहिता
C. ब्राह्मण और आरण्यक
D. मंत्र और यज्ञकांड
Answer: D. मंत्र और यज्ञकांड - न्याय दर्शन के अनुसार प्रमाण कितने प्रकार के हैं?
A. 2
B. 3
C. 4
D. 5
Answer: C. 4 - मीमांसा दर्शन को किस नाम से भी जाना जाता है?
A. पूर्व मीमांसा
B. उत्तर मीमांसा
C. वेदांत
D. न्यायमीमांसा
Answer: A. पूर्व मीमांसा - न्याय दर्शन का अंतिम लक्ष्य क्या है?
A. मोक्ष
B. स्वर्ग
C. तपस्या
D. भक्ति
Answer: A. मोक्ष - मीमांसा दर्शन का मान्यता प्राप्त ऋषि कौन था?
A. जैमिनि
B. व्यास
C. कणाद
D. कपिल
Answer: A. जैमिनि - न्याय दर्शन का मान्यता प्राप्त ऋषि कौन था?
A. पतंजलि
B. गौतम
C. कणाद
D. व्यास
Answer: B. गौतम - मीमांसा दर्शन में किसका महत्व सबसे अधिक है?
A. ध्यान
B. तपस्या
C. यज्ञ और कर्म
D. भक्ति
Answer: C. यज्ञ और कर्म - न्याय दर्शन का प्रमुख लक्ष्य क्या है?
A. तर्क के द्वारा सत्य की खोज
B. ध्यान द्वारा मोक्ष
C. कर्मकांड
D. यज्ञ
Answer: A. तर्क के द्वारा सत्य की खोज - मीमांसा दर्शन ईश्वर को किस रूप में मानता है?
A. सृष्टिकर्ता
B. अनावश्यक
C. सर्वोच्च आत्मा
D. ब्रह्म
Answer: B. अनावश्यक - न्याय दर्शन को और किस नाम से जाना जाता है?
A. वैशेषिक
B. तर्कशास्त्र
C. सांख्य
D. योग
Answer: B. तर्कशास्त्र - मीमांसा दर्शन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. धर्म की स्थापना
B. यज्ञ के द्वारा पुण्य लाभ
C. मोक्ष प्राप्ति
D. ब्रह्मज्ञान
Answer: B. यज्ञ के द्वारा पुण्य लाभ
निष्कर्ष: मीमांसा और न्याय दर्शन भारतीय दर्शन की तर्क और कर्मकांड की परंपरा को दर्शाते हैं। मीमांसा वेदों के कर्म पर बल देता है, जबकि न्याय तर्क और प्रमाण के माध्यम से सत्य को प्राप्त करने पर जोर देता है।
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