प्राचीन गणित और खगोल विज्ञान (आर्यभट्ट, वराहमिहिर) – 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्नोत्तर

प्राचीन भारत में गणित और खगोल विज्ञान का विकास अद्भुत स्तर पर हुआ। आर्यभट्ट और वराहमिहिर जैसे महान विद्वानों ने गणित और खगोल विज्ञान को नई ऊँचाइयाँ दीं। यहाँ 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्न दिए गए हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं में सहायक होंगे।
- आर्यभट्ट किस शासक के समय के महान गणितज्ञ थे?
A. समुद्रगुप्त
B. चंद्रगुप्त प्रथम
C. चंद्रगुप्त द्वितीय
D. कुमारगुप्त
Answer: C. चंद्रगुप्त द्वितीय - आर्यभट्ट की प्रमुख कृति कौन सी है?
A. पंचसिद्धांतिका
B. आर्यभटीय
C. सूर्य सिद्धांत
D. लघुभास्करीय
Answer: B. आर्यभटीय - आर्यभट्ट ने पृथ्वी के बारे में क्या सिद्धांत दिया?
A. पृथ्वी स्थिर है
B. सूर्य पृथ्वी के चारों ओर घूमता है
C. पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है
D. चंद्रमा स्वयंप्रकाशी है
Answer: C. पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है - ‘पाई’ (π) का मान सबसे पहले किसने निकाला?
A. वराहमिहिर
B. आर्यभट्ट
C. भास्कराचार्य
D. ब्रह्मगुप्त
Answer: B. आर्यभट्ट - ‘शून्य’ और दशमलव पद्धति का विकास किस काल में हुआ?
A. वैदिक काल
B. मौर्यकाल
C. गुप्तकाल
D. हर्षकाल
Answer: C. गुप्तकाल - वराहमिहिर की प्रसिद्ध खगोल ग्रंथ का नाम क्या है?
A. आर्यभटीय
B. पंचसिद्धांतिका
C. सूर्यसिद्धांत
D. लघुमानस
Answer: B. पंचसिद्धांतिका - वराहमिहिर किस दरबार से जुड़े थे?
A. समुद्रगुप्त
B. चंद्रगुप्त द्वितीय
C. विक्रमादित्य
D. हर्षवर्धन
Answer: C. विक्रमादित्य - आर्यभट्ट की जन्मस्थली कहाँ मानी जाती है?
A. नालंदा
B. पाटलिपुत्र
C. कुसुमपुर (पटना)
D. उज्जैन
Answer: C. कुसुमपुर (पटना) - आर्यभटीय ग्रंथ किस भाषा में लिखा गया?
A. पाली
B. प्राकृत
C. संस्कृत
D. तमिल
Answer: C. संस्कृत - आर्यभट्ट किस विषय के विद्वान थे?
A. गणित
B. खगोल
C. दोनों
D. आयुर्वेद
Answer: C. दोनों - वराहमिहिर किस विद्या के आचार्य थे?
A. वास्तुशास्त्र
B. ज्योतिष
C. खगोल
D. उपरोक्त सभी
Answer: D. उपरोक्त सभी - ‘बृहत्संहिता’ किसकी रचना है?
A. आर्यभट्ट
B. वराहमिहिर
C. भास्कराचार्य
D. ब्रह्मगुप्त
Answer: B. वराहमिहिर - ‘बृहतजातक’ किस विषय से संबंधित है?
A. गणित
B. ज्योतिष
C. आयुर्वेद
D. भूगोल
Answer: B. ज्योतिष - वराहमिहिर किस नगर से जुड़े थे?
A. नालंदा
B. उज्जैन
C. पाटलिपुत्र
D. कौशांबी
Answer: B. उज्जैन - आर्यभट्ट ने चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण को कैसे समझाया?
A. देवताओं का क्रोध
B. राहु-केतु का प्रभाव
C. पृथ्वी की छाया और चंद्रमा की छाया
D. कोई नहीं
Answer: C. पृथ्वी की छाया और चंद्रमा की छाया - आर्यभट्ट की रचना ‘आर्यभटीय’ किस विषय पर है?
A. साहित्य
B. गणित और खगोल
C. आयुर्वेद
D. इतिहास
Answer: B. गणित और खगोल - वराहमिहिर किस काल से संबंधित थे?
A. मौर्यकाल
B. गुप्तकाल
C. हर्षकाल
D. चोलकाल
Answer: B. गुप्तकाल - ‘पंचसिद्धांतिका’ में कितने खगोलीय सिद्धांतों का वर्णन है?
A. 2
B. 3
C. 4
D. 5
Answer: D. 5 - ‘बृहत्संहिता’ किस विषय पर आधारित है?
A. राजनीति
B. ज्योतिष और वास्तु
C. साहित्य
D. धर्म
Answer: B. ज्योतिष और वास्तु - आर्यभट्ट ने वर्ष को कितने दिनों का माना था?
A. 365
B. 365.25
C. 366
D. 364
Answer: B. 365.25 - आर्यभट्ट का जन्म कब हुआ था?
A. 276 ई.पू.
B. 476 ई.
C. 520 ई.
D. 600 ई.
Answer: B. 476 ई. - वराहमिहिर किस खगोलशास्त्र केंद्र से जुड़े थे?
A. नालंदा
B. उज्जैन वेधशाला
C. पाटलिपुत्र
D. वाराणसी
Answer: B. उज्जैन वेधशाला - आर्यभट्ट ने गणित में कौन सा प्रमुख योगदान दिया?
A. दशमलव पद्धति
B. बीजगणित
C. ज्यामिति
D. उपरोक्त सभी
Answer: D. उपरोक्त सभी - आर्यभट्ट को किस नाम से सम्मानित किया जाता है?
A. गणिताचार्य
B. खगोलाचार्य
C. आर्यभट्टाचार्य
D. उपरोक्त सभी
Answer: D. उपरोक्त सभी - वराहमिहिर की खगोल विद्या पर कृति कौन सी है?
A. बृहत्संहिता
B. आर्यभटीय
C. पंचसिद्धांतिका
D. लघुभास्करीय
Answer: C. पंचसिद्धांतिका
निष्कर्ष: आर्यभट्ट और वराहमिहिर प्राचीन भारत के महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे। इनके सिद्धांत आज भी विज्ञान के इतिहास में अमर हैं।
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