तमिल साहित्य – संगम युग – 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्नोत्तर

संगम युग तमिल साहित्य का स्वर्णकाल माना जाता है। इस काल में अनेक कवियों ने संगम सभाओं में अपनी काव्य रचनाएँ प्रस्तुत कीं। संगम साहित्य से संबंधित प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। यहां 25 महत्वपूर्ण MCQ प्रश्न दिए गए हैं।
- संगम साहित्य किस भाषा में लिखा गया?
A. संस्कृत
B. प्राकृत
C. तमिल
D. पाली
Answer: C. तमिल - संगम का शाब्दिक अर्थ क्या है?
A. सभा
B. संगठन
C. महासभा
D. महासंग्रह
Answer: A. सभा - संगम सभाओं की कुल संख्या कितनी मानी जाती है?
A. 2
B. 3
C. 4
D. 5
Answer: B. 3 - प्रथम संगम कहाँ आयोजित हुआ था?
A. मदुरै
B. कांची
C. कपाटपुरम्
D. तंजौर
Answer: C. कपाटपुरम् - संगम साहित्य को किस ग्रंथ में संकलित किया गया?
A. एट्टुटोक्कई और पत्तुपाट्टु
B. महाभारत
C. थिरुक्कुरल
D. सिलप्पादिकारम
Answer: A. एट्टुटोक्कई और पत्तुपाट्टु - ‘थिरुक्कुरल’ के रचयिता कौन हैं?
A. इलंगो अडिगल
B. थिरुवल्लुवर
C. तोलकाप्पियार
D. नक्कीरर
Answer: B. थिरुवल्लुवर - संगम साहित्य की भाषा कौन सी थी?
A. संस्कृत
B. तमिल
C. प्राकृत
D. तेलुगु
Answer: B. तमिल - ‘सिलप्पादिकारम’ का लेखक कौन है?
A. थिरुवल्लुवर
B. इलंगो अडिगल
C. तोलकाप्पियार
D. कंबन
Answer: B. इलंगो अडिगल - ‘मणिमेखलाई’ किसकी कृति है?
A. सीतान
B. शत्तनार
C. थिरुवल्लुवर
D. नक्कीरर
Answer: B. शत्तनार - ‘एट्टुटोक्कई’ का अर्थ क्या है?
A. आठ संग्रह
B. दस गाथाएँ
C. पाँच गाथाएँ
D. सौ श्लोक
Answer: A. आठ संग्रह - संगम युग का व्याकरण ग्रंथ कौन सा है?
A. तिरुक्कुरल
B. तोलकाप्पियम्
C. एट्टुटोक्कई
D. पत्तुपाट्टु
Answer: B. तोलकाप्पियम् - ‘पत्तुपाट्टु’ का अर्थ क्या है?
A. आठ गीत
B. दस गीत
C. बीस गीत
D. सौ गीत
Answer: B. दस गीत - ‘पुरनानुरु’ किस साहित्य का हिस्सा है?
A. एट्टुटोक्कई
B. पत्तुपाट्टु
C. तोलकाप्पियम्
D. थिरुक्कुरल
Answer: A. एट्टुटोक्कई - संगम साहित्य में किस धर्म का प्रभाव अधिक था?
A. बौद्ध और जैन
B. वैदिक
C. इस्लाम
D. ईसाई
Answer: A. बौद्ध और जैन - ‘थिरुक्कुरल’ किस विषय पर आधारित है?
A. धर्म, अर्थ और काम
B. युद्ध और राजनीति
C. समाज और संस्कृति
D. प्रेम और काव्य
Answer: A. धर्म, अर्थ और काम - संगम काल के कवि नक्कीरर किसके दरबार से जुड़े थे?
A. चेर
B. पांड्य
C. चोल
D. सातवाहन
Answer: B. पांड्य - ‘परिपाडल’ किसका हिस्सा है?
A. एट्टुटोक्कई
B. पत्तुपाट्टु
C. सिलप्पादिकारम
D. थिरुक्कुरल
Answer: B. पत्तुपाट्टु - ‘तोलीकप्पियम्’ का मुख्य विषय क्या है?
A. राजनीति
B. साहित्य
C. व्याकरण
D. धर्म
Answer: C. व्याकरण - संगम साहित्य किस क्षेत्र से संबंधित है?
A. उत्तर भारत
B. पश्चिम भारत
C. दक्षिण भारत
D. पूर्व भारत
Answer: C. दक्षिण भारत - ‘कुरुंतोकै’ किसका हिस्सा है?
A. एट्टुटोक्कई
B. पत्तुपाट्टु
C. तोलकाप्पियम्
D. थिरुक्कुरल
Answer: A. एट्टुटोक्कई - ‘मदुरै’ किस संगम का केंद्र था?
A. प्रथम
B. द्वितीय
C. तृतीय
D. कोई नहीं
Answer: C. तृतीय - संगम साहित्य को संरक्षित करने का श्रेय किसे है?
A. पांड्य शासकों को
B. चोल शासकों को
C. चेर शासकों को
D. सातवाहन शासकों को
Answer: A. पांड्य शासकों को - ‘मणिमेखलाई’ किसका उत्तरकाव्य माना जाता है?
A. थिरुक्कुरल
B. एट्टुटोक्कई
C. सिलप्पादिकारम
D. पत्तुपाट्टु
Answer: C. सिलप्पादिकारम - संगम साहित्य किसका ऐतिहासिक स्रोत है?
A. वैदिक युग
B. गुप्तकाल
C. दक्षिण भारत का प्रारंभिक इतिहास
D. मध्यकाल
Answer: C. दक्षिण भारत का प्रारंभिक इतिहास
निष्कर्ष: संगम साहित्य प्राचीन तमिल संस्कृति, राजनीति, धर्म और समाज का महत्वपूर्ण स्रोत है। यह साहित्य आज भी भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है।
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